मोह्ब्बत किसी ऐसे सख्स की तलाश
नही करती जिसके साथ रहा जाये,
मोह्ब्बत तो ऐसे सख्स की तलाश
करती हे जिसके बगेर रहा न जाये..!!
दूर दूर रह कर भी हम कितने करीब हैं,
हमारा रिश्ता भी जाने कितना अजीब है,
बिन देखे ही तेरा यूँ मोहब्बत करना मुझसे,
बस तेरी यही चाहत ही तो मेरा नसीब है,
पर जिसे प्यार ही ना मिला हो किसी का,
वो बदकिस्मत भी यहाँ कितना गरीब है,
और जिसे मिल गया हो तेरे जैसा यार यहाँ,
वो शख्स भी मेरे जैसा ही खुशनसीब है….!!
इश्क़ में कोई खोज नहीं होती,
यह हर किसी से हर रोज नहीं होती,
अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समझना,
क्योंकि पलके कभी आँखों पर बोझ नहीं होती..!!
0 comments:
Post a Comment